"राह में रौशनी, नी है क्यूँ हाथ छोड़ा
इस तरफ शाम ने, क्यूँ है अपना मुह मोड़ा
यूँ, के हर सुबह, एक बेरहम सी रात बन गयी
है क्या ये जो, तेरे मेरे दरमियाँ है
अनदेखी अनसुनी कोई दास्ताँ है
लगने लगी, अब ज़िन्दगी, खाली, खाली
लगने लगी, हर सांस भी, खाली
बिन तेरे, बिन तेरे, बिन तेरे
कोई खलिश है, हवाओं में, बिन तेरे"
इस तरफ शाम ने, क्यूँ है अपना मुह मोड़ा
यूँ, के हर सुबह, एक बेरहम सी रात बन गयी
है क्या ये जो, तेरे मेरे दरमियाँ है
अनदेखी अनसुनी कोई दास्ताँ है
लगने लगी, अब ज़िन्दगी, खाली, खाली
लगने लगी, हर सांस भी, खाली
बिन तेरे, बिन तेरे, बिन तेरे
कोई खलिश है, हवाओं में, बिन तेरे"
"Raah mein roshni, ni hai kyun haath choda
Iss taraf shaam ne, kyun hai apna muh moda
Yun, ke har subah, ik bereham si raat ban gayi
Hai kya yeh jo, tere mere darmiyaan hai
Andekhi ansuni koi dastaan hai
Lagne lagi, ab zindagi, khaali, khaali
Lagne lagi, har saans bhi, khaali
Bin tere, bin tere, bin tere
Koi khalish hai, hawaon mein bin tere"
Film: I Hate Love Stories (2010)
Lyrics: Vishal Dadlani
Music: Vishal-Shekhar
Singers: Shafqat Amanat Ali & Sunidhi Chauhan
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